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Ummid E Nau

Ummid E Nau

by Ehya Bhojpuri

Regular price Rs 250.00
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Author: Ehya Bhojpuri

Languages: hindi

Number Of Pages: 146

Binding: Perfect Paperback

Release Date: 01-12-2022

अहया के अशआर पढ़ते हुए महसूस होता है कि इस शायर के अंदरुन में कुछ अच्छा सोचने, अच्छा कहने और अच्छा करने की एक ललक पेंगे मार रही है। दुनिया को ख़ूबसूरत देखने और ख़ूबसूरत बनाने की ख़्वाहिश हर बड़े शायर का ख़्वाब रही है। और इसी ख़्वाब को रख़्ते सफ़र बनाकर अहया की शायरी भी अपनी मंज़िल पर पहुँचने की कोशिशें कर रही है। इस कोशिश में कई चमकदार अशआर इस बात की गवाही देते हैं कि उसका पहला शे’री मज्मूआ पहले पड़ाव तक पहुँचने की कामयाबी का इशारिया है।---आलम खुर्शीद

अहया भोजपुरी की शायरी का बग़ौर मुताला करने पर यही मालूम होता है कि इस क़िस्म के इन्सानी और वजूदी मसाइल से ये तमाम शायरी मालामाल है। कमाल ये भी है कि अहया भोजपुरी का तरीक़ा-ए-कार और मख़सूस क़िस्म की सादगी से पुर तर्ज़ इज़हार के सबब ये मसाइल फ़ौरन ही शायरी की बालाई सतह पर महसूस नहीं होते मगर ग़ौर-ओ-फ़िक्र के बाद उन की जिहात आहिस्ता-आहिस्ता रौशन होने लगती हैं। ये सादगी के साथ पुरकारी का वो हुनर है जो हर एक के नसीब में नहीं। मैं अहया भोजपुरी के इस शेअरी मजमुए का दिल से खै़र मक़दम करता हूँ। और उम्मीद करता हूँ कि उन की शायरी उर्दू की ग़ज़लिया शायरी में अहम इज़ाफ़ा साबित होगी।---शारिक़ कैफ़ी

लेखक/शायर अहया भोजपुरी की क़लम से: ये मेरी पहली किताब है फिर भी मैंने अपने तौर पर पूरी कोशिश की है कि उन्हीं अशआर को आपके सामने पेश करूँ जो मुझे ख़ुद भी पसंद हैं। मैंने पूरी कोशिश की है कि इस किताब को ग़लतियों से पाक रखूँ, फिर भी अगर इस किताब में कुछ कमी रह गई हो तो उस के लिए मैं माज़रत ख़्वाह हूँ कि ये मेरी कोताही का नतीजा है। अगर मुमकिन हो तो मुझे इस से आगाह कर दें ताकि मैं उस की इस्लाह कर सकूँ। मुझे ख़ुशी है कि ये किताब उर्दू रस्म-उल-ख़त के बाद दोस्तों के दरख़्वास्त पर देवनागरी में भी शाया की जा रही है।

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