मंगला चोट खाई नागिन की तरह पलटकर खुद ही को डसने लगी ! उसके पति ने, जो उसका आशिक भी था, माशूक भी, उसके नारीत्व को ठुकराया था ! उसके प्यार का अपमान किया था ! उसकी कला का गला घोंट दिया था ! कभी उसकी आवाज गली-कूंचों में गूंजा करती थी, खुद को साडी दुनिया पर छाई हुई महसूस करती थी ! अब उसके गाने कभी-कभी ही रेडियो पर सुनाई देते ! दुनिया ने उसे जिन्दा ही दफ़न करना शुरू कर दिया था ! और इस कफ़न-दफ़न में धर्म-उसके पति का हाथ सबसे आगे था ! अपनी फिल्मों के लिए रिज़र्व करके फिर एकदम दो कौड़ी की एक लड़की जरीन की खातिर उसे दूध की मक्खी की तरह निकल फेंका ! आखिर मंगला अपने अस्तित्व की रक्षा में सफल हो सकी? धर्मदेव और जरीन के प्यार का क्या हुआ? क्या वह परवान चढ़ सका; य फिर मंगला और धर्मदेव का मिलन हो सका? बहुचर्चित-प्रशंसित लेखिका इस्मत चुगताई का एक रोमांटिक उपन्यास है-अजीब आदमी ! इस उपन्यास में लेखिका ने फिल्म-जगत की रंगीनियों की यथार्थ झांकी बड़ी बेबाकी से प्रस्तुत की है ! बेहद रोचक और पठनीय उपन्यास !
-
Categories
- Aaj Urdu Magazine
- Anthology
- Biographies, Diaries & True Accounts
- Business, Economics and Investing
- Children's & Young Adult
- Classics
- Crafts, Home & Lifestyle
- Crime, Thriller & Mystery
- Culinary
- Deewan
- Epics
- Fantasy, Horror & Science Fiction
- Film, Theater & Drama
- Historical Fiction
- History
- Humorous
- Journalism
- Kulliyat
- Language, Linguistics & Writing
- Legends & Mythology
- Letters
- Nature, Wildlife & Environment
- Novel
- Poetry
- Politics
- Religion
- Research & Criticism
- Romance
- Sciences, Technology & Medicine
- Self Help & Inspiration
- Short Stories
- Translation
- Travel
- Merchandise
- Languages
- Blogs