Prarthna-Pravachan: Khand Do
Prarthna-Pravachan: Khand Do
by Mahatma Gandhi
Author: Mahatma Gandhi
Languages: Hindi
Number Of Pages: 334
Binding: Hardcover
Package Dimensions: 9.1 x 7.1 x 1.2 inches
Release Date: 01-01-2018
Details: महात्मा गांधी की हत्या दिल्ली में उनके प्रार्थना-सभा में जाते हुए हुई थी। लेकिन इस पर कम ध्यान दिया गया है कि गांधी जी ने प्रार्थना-सभा के रूप में अपने समय और स्वतन्त्रता-संग्राम के दौरान एक अनोखी नैतिक-आध्यात्मिक और राजनैतिक संस्था का आविष्कार किया था। थोड़े आश्चर्य की बात यह है कि आज भी यानी गांधी जी के सेवाग्राम छोड़े ७० से अधिक बरसों बाद भी वहाँ हर दिन सुबह-शाम प्रार्थना-सभा होती है : उसमें सभी धर्मों से पाठ होता है जिनमें हिन्दू, इस्लाम, ईसाइयत, बौद्ध, जैन, यहूदी, पारसी आदि शामिल हैं। दुनिया में, जहाँ धर्मों को लेकर इतनी हिंसा-दुराव-आतंक का माहौल है वहाँ कहीं और ऐसा धर्म-समभाव हर दिन नियमित रूप से होता हो, लगता या पता नहीं है।प्रार्थना-सभा में अन्त में गांधी जी बोलते थे। उनके अधिकांश विचार इसी अनौपचारिक रूप में व्यक्त होते थे। उनका वितान बहुत विस्तृत था। उन्हें दो खण्डों में प्रकाशित करना हमारे लिए गौरव की बात है। इसलिए भी रज़ा गांधी को भारत का बुद्ध के बाद दूसरा महामानव मानते थे।
Related Categories:
Share
Recommended Book Combos
-
Ashok Kumar Pandey Combo (SET OF 3 BOOKS)
Regular price Rs 869.00Regular priceUnit price / perRs 997.00Sale price Rs 869.00Sale -
Periyar Ka Darshnik Vyaktitva | 'पेरियार' का दार्शनिक व्यक्तित्व (3 Books Set)
Regular price Rs 499.00Regular priceUnit price / perRs 597.00Sale price Rs 499.00Sale -
Sara Shagufta - Numainda Shayari Combo Set
Regular price Rs 299.00Regular priceUnit price / perRs 349.00Sale price Rs 299.00Sale -
Urdu Learning Set (English)
Regular price Rs 799.00Regular priceUnit price / perRs 944.00Sale price Rs 799.00Sale