Sona Aur Khoon - 1
Sona Aur Khoon - 1
by Acharya Chatursen
Couldn't load pickup availability
Language: Hindi
Number Of Pages: 240
Binding: Hardcover
‘‘सोने का रंग पीला होता है और खून का रंग सुर्ख। पर तासीर दोनों की एक है। खून मनुष्य की रगों में बहता है, और सोना उसके ऊपर लदा हुआ है। खून मनुष्य को जीवन देता है, जबकि सोना उसके जीवन पर खतरा लाता है। पर आज के मनुष्य का खून पर उतना मोह नहीं है, जितना सोने पर है। वह एक-एक रत्ती सोने के लिए अपने शरीर की एक-एक बूँद खून बहाने को आमादा है। जीवन को सजाने के लिए वह सोना चाहता है, और उसके लिए खून बहाकर वह जीवन को खतरे में डालता है। आज के सभ्य संसार का यह सबसे बड़ा कारोबार है।’’ सोना और खून आचार्य चतुरसेन का चार भागों में लिखा उत्कृष्ट उपन्यास है जिसकी उल्लेखनीय विशेषता यह है कि इसका हर भाग अपने में सम्पूर्ण है। लेखक का लक्ष्य इस उपन्यास को दस भागों में पूरा करने का था, लेकिन अपने जीवनकाल मं् वे मात्र चार भाग ही लिख पाये। 1957 में प्रकाशित यह उपन्यास जितना उस समय लोकप्रिय था, उतना ही आज भी है।
Related Categories:
Share

Recommended Book Combos
-
Ashok Kumar Pandey Combo (SET OF 3 BOOKS)
Regular price Rs 869.00Regular priceUnit price / perRs 997.00Sale price Rs 869.00Sale -
Sara Shagufta - Numainda Shayari Combo Set
Regular price Rs 299.00Regular priceUnit price / perRs 349.00Sale price Rs 299.00Sale -
Urdu Learning Set (English)
Regular price Rs 799.00Regular priceUnit price / perRs 944.00Sale price Rs 799.00Sale -
Maybe You Should Talk To Someone+Dear Stranger, I Know How You Feel (Set of 2 books)
Regular price Rs 849.00Regular priceUnit price / perRs 1,098.00Sale price Rs 849.00Sale